Image Compression:
Image Compression lossy या lossless होता है| lossless Compression कभी-कभी कृत्रिम इमेजेस जैसे –Technical drawing, icons या comics के लिए पसंद किए जाते हैं यह इसलिए क्योंकि lossy Compression तरीके में low bit rates खासतौर पर तब इस्तेमाल होता है जब Compression artifact को डाला जाता है lossless Compression को हाई वैल्यू कंटेंट जैसे Medical imaging या archive कार्यों के लिए किए गए image scanner में पसंद किया जा सकता है, जबकि lossy Compression का प्रयोग विशेष तौर से प्राकृतिक इमेजेस जैसे उन एप्लीकेशंस में जहां बिट रेट में बहुत अधिक कमी करने के लिए image क्वालिटी में थोड़ी बहुत कमी मान्य होती है वहां किया जाता है|
Audio Compression:
ऑडियो Compression डाटा Compression का एक रुप है जिसे ऑडियो फाइलस की साइज को घटाने के लिए डिज़ाइन किया गया है| डेटा की वैल्यू को हटाने की प्रक्रिया जिसमें Compression तकनीक का प्रयोग होता है को Compression और इससे प्राप्त होने वाले डाटा को कंप्रेस्ड डाटा कहा जाता हैCompression से कम जगह में ऑडियो को स्टोर किया जा सकता है और यदि सिग्नल को ट्रांसमिट करने की जरूरत पड़ती है तो इसे अधिक दक्षता से और कम लागत पर भेजा जा सकता है|
ऑडियो फाइल्स में अलग-अलग फ्रीक्वेंसीज के एनालॉग सिग्नल्स होते हैं| ऑडियो सिग्नल्स को डिजिटल रूप में कन्वर्ट किया जाता है और फिर इन्हें प्रोसेस स्टोर और ट्रांसलेट किया जाता है साउंडस जिनमें म्यूजिक और स्पीच शामिल है एनालॉग साइन वेब्स से बनती है जो किसी भी समय पर कई सेकंड्स तक रिपीट होती है| ऑडियो सिग्नल का यही repetitive nature उन्हें Compression के योग्य बनाता है|
Lossless audio compression
यदि Decompressed डाटा ओरिजिनल डाटा की तरह होता है तो इसे ही lossless Compression कहा जाता है| क्योंकि फाइल स्टोरेज और कम्युनिकेशन बैंडविथ सस्ती है और ज्यादा उपलब्ध रहती हैं अतः lossless फॉर्मेट की लोकप्रियता बड़ी तेजी से बढ़ी है और ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी ऑडियो फाइल स्कोर एक स्थाई आर्काइव के रूप में Maintain करना पसंद करते हैं| lossless Compression के मुख्य यूजर हैं ऑडियो इंजीनियर और वो कंजूमर जो अपनी ऑडियो फाइल की हूबहू कॉपी को सुरक्षित रखना चाहते हैं इसके विपरीत lossy Compression तकनीकी के बदलावों को वापस नहीं लाया जा सकता है| Compression अनुपात lossless डाटा Compression की तरह ही होता है|
एक ऑडियो स्ट्रीम में सभी डाटा (जिसमें रियल वर्ल्ड से की गई जटिल रिकॉर्डिंग भी शामिल है) कोMaintain करना कठिन होता है और उसके अनुसार पर्याप्त Compression प्राप्त करना भी मुश्किल है|Compression का एक मुख्य तरीका है Patterns और repetitions को अलग करना लेकिन जिस ऑडियो में अधिक chaotic डाटा होता है ठीक तरह से कंप्रेस नहीं हो पाता है|
Lossless ऑडियो कोडेक्स का कोई भी क्वालिटी issue नहीं होता है इसलिए usability को निम्न तरह से आका जा सकता है–
- Compression और decompression की स्पीड
- Compression की डिग्री
- सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर का सपोर्ट
- मजबूती और एरर करेक्शन
Lossy audio compression
यदि decompressed डाटा Original डाटा के सामान नहीं होता है, तो Compression को lossy Compression कहा जाता है, क्योंकि Reproduced डाटा मैं वास्तविकता या मूल तत्वों का loss हुआ है
Lossy ऑडियो Compression का प्रयोग अत्यंत व्यापक रेंज की एप्लीकेशन के लिए होता है| डायरेक्ट एप्लीकेशंस जैसे MP3 प्लेयर्स या कंप्यूटर के अलावा डिजिटल तरीके से कंप्रेस्ड ऑडियो इस स्ट्रीम का प्रयोग अधिकांश वीडियो DVD में, डिजिटल टेलीविजन मे इंटरनेट पर स्ट्रीमिंग मीडिया, सैटेलाइट औरकेबल रेडियो और यहां तक कि टेरेस्ट्रियल रेडियो ब्रॉडकास्ट में ही हो रहा है| Lossy Compressionआमतौर पर lossless Compression की अपेक्षा कहीं ज्यादा Compression तक पहुंच सकता है जिसमें कम क्रिटिकल डाटा को हटा दिया है|

Lossy ऑडियो Compression के अविष्कार psychoacoustics प्रयोग करने के लिए किया गया था ताकि यह पहचाना जा सके कि ऑडियो स्ट्रीम का सभी डाटा मानव श्रवण तंत्र द्वारा सुना नहीं जा सकता है|अधिकतर Lossy Compression पहले उन साउंड्स की पहचान करते हैं जो असंगत होते हैं और जो सुनने में बहुत बुरे लगते हैं| इन साउंड्स को बहुत ही कम शुद्धता से कोड किया जाता है या बिलकुल ही कोड नहीं किया जाता है|क्योंकि डाटा Lossy Compression के दौरान हटाया गया और Decompression से भी रिकवर नहीं किया जा सकता अतः कुछ लोग आर्काइव स्टोरीज के लिए Lossy Compression को पसंद नहीं करते हैं|
Video Compression
Compression एक Digital प्रक्रिया है| जो Data को नॉर्मल से कम बिट्स इस्तेमाल करके store या transmit करने की अनुमति देती है| विजुअल रिकॉर्डिंग और ट्रांसमिशन में Video Compression एक तकनीक है, जो एक Video file में डेटा की मात्रा को घटा देता है ताकि इसके लिए आवश्यक bandwidth या storage space को सीमित किया जा सके| यह ऑनलाइन माध्यमों और ब्रॉडकास्टिंग में बहुत कॉमन है| Video Compression उसी सैद्धांतिक बेसिस पर काम करता है जैसे अन्य तरह के file Compression करते हैं और यहां तक की क्रिप्टोग्राफी जिसमें Data के एक ही पीस को बार-बार प्रयोग करते हैं Data के मल्टीपल पीस दिखाए जा सकते हैं|
तरीके से इसे व्यक्त करने के लिए जरूरी होता है| Compression तकनीक इसलिए एक सर्वोच्च तरीका अपनाती है जो डांटा रिडक्शन को क्वालिटी के साथ बैलेंस करती है तकनीकी रूप से देखने पर, अधिकतर Video Compression के कार्य करने का तरीका यह होता है कि यह एक सिंगल फ्रेम की इससे ठीक पहले फ्रेम से तुलना करते हैं और केवल सूचना के उसी पीस को सेव करते हैं जो बहुत ज्यादा अलग होता है| इस तरह से Compression का लेवल इस आधार पर एडजस्ट किया जा सकता है कि कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में कितना अंतर होना चाहिए और इसी के अनुसार इसे घटाया या बढ़ाया जाता है| Compression तब श्रेष्ठ रूप से कार्य करता है जब केवल Video के छोटे सेक्शन ही समय के साथ बदलते जाते हैं| तेजी से मूव करने वाली ऑब्जेक्ट और इवेंट जैसे विस्फोट आदि को कंप्रेस करना बहुत कठिन होता है क्योंकि इनका कंपोजीशन लगातार बदलता रहता है|
DVD Video जैसे माध्यमों में जिसमे सर्वश्रेष्ट विजुअल क्वालिटी ही मुख्य उद्देश्य होता है, एक Video को अब भी अच्छी तरह से कंप्रेस किया जा सकता है और यह तब भी काफी sharp रह सकता है| नई तकनीक एजेंसी Blue ray जिसकी क्षमता DVD से काफी अधिक होती है में बहुत ही कम Compression की जरूरत होती है और इसलिए यह बेहतर क्वालिटी का Video प्रस्तुत कर सकता है| स्टोरेज और ट्रांसमिशन तकनीकों में होने वाले परिवर्तनों एवं प्रगति के कारण Compression के एक्सट्रीम लेबल्स की जरूरत लगातार कम होती जा रही है और अधिक क्वालिटी की तरफ जोर दिया जा रहा है|
Video Compression एल्गोरिदम “codes” Video सिग्नल्स को आश्चर्यजनक तरीके से मैनिपुलेट करके storage और bandwidth को घटाता है जबकि Video क्वॉलिटी को अधिकतम किया जा सकता है| file को कंप्रेस करने और उसकी साइज को घटाने के लिए इसे एक विशेष सॉफ्टवेयर जिसे CODEC कहां जाता है के द्वारा फ़िल्टर किया जाता है| CODEC Compression या De Compression या coder या Decoder का संक्षिप्त रूप है यह सॉफ्टवेयर मीडिया Data को read करता है और मैथमेटिकल एल्गोरिदम अप्लाई करके इसकी साइज को घटाता है| एल्गोरिदम मीडिया फाइल्स के भीतर डुप्लीकेट सूचनाओं को खोज लेते हैं| यह वह सूचनाएं होती हैं जिन्हें यदि हटा दिया जाता है तो यह मीडिया क्वालिटी को प्रभावित नहीं करती हैं| इससे Data को अधिक कॉन्पैक्ट रूप से एक्सप्रेस किया जा सकता है| दोनों ही केस में इससे file साइज में कमी आती है लेकिन वास्तविक कमी की मात्रा बहुत से फैक्टर्स पर निर्भर करती है जिससे मीडिया Data और इस्तेमाल होने वाला CODEC भी शामिल है|
Video codex के कार्य को समझना एंबेडेड सिस्टम्स प्रोसेसर और Video एप्लीकेशंस के टूल को डेवलप करने वाले लोगों के लिए बहुत जरूरी है| उदाहरण के लिए, Video coded की प्रोसेसिंग और मेमोरी की जरूरतों को समझने से प्रोफेसर सलेक्शन और सॉफ्टवेयर के श्रेष्ठ इस्तेमाल में मदद मिलती है|